कांग्रेस उवाच

























ऐरा-गैरा भ्रष्टन को,आई को विरोध यूं,
नाक के हमारो ही नीचे करवावेगा.

करि के घोटालन को, खरबों की दोलत जो ,
धरी है विदेशन मे,हमसौं छिनवावैगा.

राष्ट्र के दुलारों सुनो, जुर्रत ना करि कोई,
बाबा की नाईं नईं तै ,यूँ ही पछ्तावेगा

मर्जी हमारी हम तैं लूटते रहेंगे यूँ ही
देखहिं कोई पूँछ भी, उखार कैसो पावैगा .

टिप्पणियाँ

  1. मर्जी हमारी हम तैं लूटते रहेंगे यूँ ही
    देखहिं कोई पूँछ भी, उखार कैसो पावैगा .

    बहुत खूब .बहुत .मजा आया पढ़कर

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

कुरान और गैर मुस्लमान

26 feb 2012 ,भारतीय स्वतंत्रता के जनक वीर सावरकर की ६६ वीं पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन

सनातन धर्म का रक्षक महान सम्राट पुष्यमित्र शुंग