ये है झांसी की रानी (jhansi ki rani)का असली चित्र.
मित्रो आज १७ जून को झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई की पुन्यथिति है।
झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का यह एकमात्र फोटो है, जिसे कोलकाता में रहने वाले अंग्रेज फोटोग्राफर जॉनस्टोन एंड हॉटमैन द्वारा 1850 में ही खींचा गया था। यह फोटो अहमदाबाद निवासी चित्रकार अमित अंबालाल के संग्रह में मौजूद है।
The only photo of Rani Laxmibai of Jhansi, which living in Calcutta in 1850 by the British photographer Ahugoman Jonstone and was pulled. This photo Ahmedabad resident artist Amit Ambalal exists in the collection.
yah durlabh chitra dikhaane ke liye dhanyavaad
जवाब देंहटाएंthis is not Rani Lakshmi Bai
हटाएंhttp://www.copsey-family.org/~allenc/lakshmibai/kb-Rani1.jpg
rani laxmibai k is chitra ko dikhane k liye mai our mera sangli dist bahot aabhari hai
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हटाएंye rani laxmibai ka photo nhi hai me bhopal me hi rehta hu ye yaha ki begum ka photo hai mene apni ankhon se dekha hai
हटाएंराष्ट्र धर्म सर्वोपरि
photo ko nahi desvasiyo apne dil se mano laxmi bai ko
हटाएंkhob ladi mardani thi wo jansi wali rani thi
how can she look like this??
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हटाएंi cannot understand what have you written
हटाएंDARPHOK THI JHANSI KI RAANI
हटाएंUSE KABHI BHI GHODE PAR BETHNA NAHI AATA THA NAHI TALVAR PAKDNE AATI THI LADAI KE TIME PICHE K DARVAJE SE AAPNE BACHE KO LEKR BHAGI HUI RAANI H
हटाएंAI YE
USE KABHI BHI GHODE PAR BETHNA NAHI AATA THA NAHI TALVAR PAKDNE AATI THI LADAI KE TIME PICHE K DARVAJE SE AAPNE BACHE KO LEKR BHAGI HUI RAANI H
हटाएंAI YE
Tu to kabhi gadhe par bhi nahi baith payega pagle
हटाएंhaha.. darpok rani nahi darpok tu hai gadhe.. tu to cuhe se bhi darr jaye..
हटाएंBenami apni aukat mein rah jar bat jar agar tubkisi kayak hits toh issue tarha kisi ki virta par timpani nahi karts .phele apna naam dhund ,phir uska kuch vajud bans,phir samaj keep lite kuch Karen keep bad jab kisi layak ho jaye tab kisi she yeh baat kehna .jab tujhe Jo jabab milega tu uske Kabul hoga . a hi tu issue zamin par rehne keep kayak bhi nahi hair.
हटाएंBenami apni aukat mein reh kar baat kar . agar tu kisi layak hota toh iss tarah ki baat na karta or kisi ki veerta par tipanni nahi karta phele apna naam dhund benami ,phir uska kuch vajud bana phir samaj ke liye kuch kar . uske baad yeh bat kehna tab tujhe Jo jabab milega tu uske layak hogs.abhi tu iss dharti par ek dhaba hai .Jo uske sache veero ka you kayaro ki tarah apman Kar raha hai.
हटाएंInklab zindabad....
हटाएंbahut bahut dhanywaad.
जवाब देंहटाएंshat shat naman.
rani laxmibai k is chitra ko dikhane k liye mere our mera sangli dist aapaka bahot aabhari hai dhanyavad!
हटाएंye rani laxmibai ka photo nhi hai me bhopal me hi rehta hu ye yaha ki begum ka photo hai mene apni ankhon se dekha hai
हटाएंराष्ट्र धर्म सर्वोपरि
Rani laxami bai ki photo dekhaneki bahot chah thi thanks for that aur mai chahti hoo ki aaj ki nari me rani laxmi bai ki jhalak dikhe
हटाएंThank u
हटाएंbhai ager app seb maharne jhasi ke time mey hotey to app seb ko peta chalta ke us time hindustion ke ky desha tha aur kesy angrjrejo say ladea jata
हटाएंDhanyawaad hamse saanjha karne ke liye..
जवाब देंहटाएंpahle bhi ek chitr blog par dekhaa tha,jo ki dekhne me hi galat lag raha thaa. is ko dekhkar lagta hai ki yah sahi me theek hai.
जवाब देंहटाएंझांसी की रानी लक्ष्मीबाई का यह एकमात्र फोटो.
जवाब देंहटाएंshat-shat naman
Rani laxami bai ki pictur dekhane ki chah thi thanks for that aur mai chahati hoo ki aaj ki nari me rani laxami bai ki jhalak ho
हटाएंमेरा सादर प्रणाम
जवाब देंहटाएंbundele har bolo ke mooh hamne suni kahaani thi khoob ladi mardani wo to jhansi waali rani thi.
जवाब देंहटाएंsuhaan allah
जवाब देंहटाएंjay ho
जवाब देंहटाएंati uttam kary. thanx
जवाब देंहटाएंGood find. Thanks a lot.
जवाब देंहटाएंshat-shat naman
जवाब देंहटाएंfir vo rani vapas kab
हटाएंaap ka aabhar
जवाब देंहटाएंmhan virangna ko sht 2 nmn
ved vyathit
Zabardast Picture..... Dhanywad
जवाब देंहटाएंmitron me chhama prarthi hoon ki pahle 17 june ko me galti se jhansi ki rani ka jandin likh gaya.
जवाब देंहटाएंshat-shat naman
जवाब देंहटाएंसिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,
हटाएंबूढ़े भारत में आई फिर से नयी जवानी थी,
गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थी,
दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी।
चमक उठी सन सत्तावन में, वह तलवार पुरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
कानपूर के नाना की, मुँहबोली बहन छबीली थी,
लक्ष्मीबाई नाम, पिता की वह संतान अकेली थी,
नाना के सँग पढ़ती थी वह, नाना के सँग खेली थी,
बरछी ढाल, कृपाण, कटारी उसकी यही सहेली थी।
वीर शिवाजी की गाथायें उसकी याद ज़बानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
झाँसी की रानी
जवाब देंहटाएंसिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,
बूढ़े भारत में आई फिर से नयी जवानी थी,
गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थी,
दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी।
चमक उठी सन सत्तावन में, वह तलवार पुरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
कानपूर के नाना की, मुँहबोली बहन छबीली थी,
लक्ष्मीबाई नाम, पिता की वह संतान अकेली थी,
नाना के सँग पढ़ती थी वह, नाना के सँग खेली थी,
बरछी ढाल, कृपाण, कटारी उसकी यही सहेली थी।
वीर शिवाजी की गाथायें उसकी याद ज़बानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
लक्ष्मी थी या दुर्गा थी वह स्वयं वीरता की अवतार,
देख मराठे पुलकित होते उसकी तलवारों के वार,
नकली युद्ध-व्यूह की रचना और खेलना खूब शिकार,
सैन्य घेरना, दुर्ग तोड़ना ये थे उसके प्रिय खिलवार।
महाराष्टर-कुल-देवी उसकी भी आराध्य भवानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
हुई वीरता की वैभव के साथ सगाई झाँसी में,
ब्याह हुआ रानी बन आई लक्ष्मीबाई झाँसी में,
राजमहल में बजी बधाई खुशियाँ छाई झाँसी में,
चित्रा ने अर्जुन को पाया, शिव से मिली भवानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
उदित हुआ सौभाग्य, मुदित महलों में उजियाली छाई,
किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई,
तीर चलाने वाले कर में उसे चूड़ियाँ कब भाई,
रानी विधवा हुई, हाय! विधि को भी नहीं दया आई।
निसंतान मरे राजाजी रानी शोक-समानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
बुझा दीप झाँसी का तब डलहौज़ी मन में हरषाया,
राज्य हड़प करने का उसने यह अच्छा अवसर पाया,
फ़ौरन फौजें भेज दुर्ग पर अपना झंडा फहराया,
लावारिस का वारिस बनकर ब्रिटिश राज्य झाँसी आया।
अश्रुपूर्णा रानी ने देखा झाँसी हुई बिरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
अनुनय विनय नहीं सुनती है, विकट शासकों की माया,
व्यापारी बन दया चाहता था जब यह भारत आया,
डलहौज़ी ने पैर पसारे, अब तो पलट गई काया,
राजाओं नव्वाबों को भी उसने पैरों ठुकराया।
रानी दासी बनी, बनी यह दासी अब महरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
कुटियों में भी विषम वेदना, महलों में आहत अपमान,
वीर सैनिकों के मन में था अपने पुरखों का अभिमान,
नाना धुंधूपंत पेशवा जुटा रहा था सब सामान,
बहिन छबीली ने रण-चण्डी का कर दिया प्रकट आहवान।
हुआ यज्ञ प्रारम्भ उन्हें तो सोई ज्योति जगानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
महलों ने दी आग, झोंपड़ी ने ज्वाला सुलगाई थी,
यह स्वतंत्रता की चिनगारी अंतरतम से आई थी,
झाँसी चेती, दिल्ली चेती, लखनऊ लपटें छाई थी,
मेरठ, कानपूर, पटना ने भारी धूम मचाई थी,
जबलपूर, कोल्हापूर में भी कुछ हलचल उकसानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
इनकी गाथा छोड़, चले हम झाँसी के मैदानों में,
जहाँ खड़ी है लक्ष्मीबाई मर्द बनी मर्दानों में,
लेफ्टिनेंट वाकर आ पहुँचा, आगे बड़ा जवानों में,
रानी ने तलवार खींच ली, हुया द्वन्द्ध असमानों में।
ज़ख्मी होकर वाकर भागा, उसे अजब हैरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
विजय मिली, पर अंग्रेज़ों की फिर सेना घिर आई थी,
अबके जनरल स्मिथ सम्मुख था, उसने मुहँ की खाई थी,
काना और मंदरा सखियाँ रानी के संग आई थी,
युद्ध श्रेत्र में उन दोनों ने भारी मार मचाई थी।
पर पीछे ह्यूरोज़ आ गया, हाय! घिरी अब रानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
तो भी रानी मार काट कर चलती बनी सैन्य के पार,
किन्तु सामने नाला आया, था वह संकट विषम अपार,
घोड़ा अड़ा, नया घोड़ा था, इतने में आ गये अवार,
रानी एक, शत्रु बहुतेरे, होने लगे वार-पर-वार।
घायल होकर गिरी सिंहनी उसे वीर गति पानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।
nari shakti ko shat shat pranam nari ko apni shakti pahchanani chahiye koi shayad hi rani jaisa ban paye lakin unse prerna le kar kuch ansh bhi unki tarah ban sake to unka amar jeevan hame peedhiyo tak prerna deta rahega aur pariwaro samaj sanskriti desh aur vishwa ka kalyann hoga aur nari deviyon ki tarah hi pooji jayengi ye hum par nirbhar karta hai ki hum apni chetna ko jagayn aur sarvottam bane yeh baat purushon par bhi lagu hoti hai
हटाएंtyagi sahab bahut badiya.
जवाब देंहटाएंwaah bahut abhaar....
जवाब देंहटाएंआभार इस दुर्लभ चित्र को प्रस्तुत करने के लिए ।
जवाब देंहटाएंवीर सावरकर को भी धन्यवाद इस वीर गाथा के लिए ।
dhanywad anamika ji
जवाब देंहटाएंdhanya hai yah veerangana
जवाब देंहटाएंदुर्लभ चित्र दिखाया आपने ..बहुत बहुत आभार ..झाँसी की रानी को सादर प्रणाम .
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंइस दुर्लभ चित्र को प्रस्तुत करने के लिए आभार...
जवाब देंहटाएंAapka bahut bahut Shukriya...main jhansi ki rani ko apna aadersh manti hoon.is paavan perv per unke liye dher sara pyar or samman...
जवाब देंहटाएंइस दुर्लभ चित्र के साथ ही वीर सावरकर द्वारा प्रस्तुत वीर गाथा को पढकर तो मानों छाती गर्व से द्विगुणित हो गई...
जवाब देंहटाएंआभार!
pandit ji ne bilkul mere man wali baat keh di....
जवाब देंहटाएंshat-shat naman.
kunwar ji,
Dhanyawaad.
जवाब देंहटाएंkya aapne iski original dekhi hai?
aur iski pramanikta ke vishay me kya koi shanshay ho sakta hai?
waise mera man to kahata hai ki yeh chitra vastavik hai.
दुर्लभ और संजो कर रखने वाला चित्र ,आभार
जवाब देंहटाएंमुझै लगता है कि शायद कुछ इससे मिलती जुलती फ़ोटो NCERT की किताबों में भी छपती थी. अलबत्ता यह original है. जानकारी के लिए धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंjin logo ne jhansi ki raani ka nakli chitr laga rakha tha,kuch ne uske sath ye wala bhi jod diya hai,kintu aapka aabhaar prakat nahi kiya hia.
जवाब देंहटाएंrakesh ji yah chitr orignal chitr ki photo scen copy hai.kyo ki isse pahle bhi jhansi ki rani ke chitr ke sthaan par kuch logo ne galatfahmi me ek modal ka chitr laga diya tha.maine iske liye poori chhanbeen kar li hai.
जवाब देंहटाएंbharat swaabhiman manch ji isme kisi ko koi bhi aabhar prakat karne waali baat hi nahi hai kyoki maine bhi to ye chitr kahin na kahin se to liya hi hai.
जवाब देंहटाएंesi mahan virangna ke chitr ke darshan karne late pahunch.chhama chahta hoon.
जवाब देंहटाएंइस दुर्लभ चित्र को दिखने के लिए आभार...
जवाब देंहटाएंवीरसावरकर जी,
सुभद्रा कुमारी चौहान की इस कविता को प्रस्तुत करने का शुक्रिया...
कविता के नीचे रचयिता का नाम लिख देते तो बेहतर होता ..
subhadra kumari chauhan
हटाएंदुर्लभ चित्र///के के यादव जी की पोस्ट पर अभी देख बिल्कुल यही!
जवाब देंहटाएंthanku sir
हटाएंkya baat hai tyagi sahab sabke galat chitr hatva diye.maine bhi kai bar galat chitr dekhe.kintu hraday nahi mana.lekin aaj is chitr ko dekhkar sir naman ke liye swam hi jhuk gaya.
जवाब देंहटाएंमेरा सादर प्रणाम
जवाब देंहटाएंवंदेमातरम्.....आप को साधुवाद
जवाब देंहटाएंshat-shat naman
जवाब देंहटाएंThnx for this rare presentation . Naman !
जवाब देंहटाएंनवीन जी, इस चित्र के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंआभार इस दुर्लभ चित्र को प्रस्तुत करने के लिए ।
जवाब देंहटाएंbandematram,jhansi ki rani ki jay
जवाब देंहटाएंbhaut achha chitr
जवाब देंहटाएंमहाबलिदानी महारानी लक्ष्मी बाई को हम सब का शत शत नमन !
जवाब देंहटाएंgood..
जवाब देंहटाएंश्रीमानजी यह चित्र झांसी की रानी का नहीं है.यह चित्र भोपाल की सुलतान जहां बेगम का है जो झांसी की रानी विरुद्ध थी .इसने अपनी फौजे अंग्रेजो की मदद के लिए भेजी थीं ,इसकी फोटो अंग्रेजों ने पोस्टकार्ड में छापी थी.भोपाल के संघ्रालय में आज भी बेगम का चित्र लगा है .आप भोपाल के नवाबों के बारे में सर्च करें .यह पोस्टकार्ड १० मई १९१० को जारी किया गया था .
जवाब देंहटाएंआदरणीय शर्मा जी, क्या झांसी की रानी का कोई भी चित्र अस्तित्व नहीं है....??
हटाएंठीक कह रहे हैं सर....झांसी की रानी का कोई चित्र ही मौजूद नहीं है....ये तो भोपाल की सुल्तान जहां बेगम है....
हटाएंhttp://commons.wikimedia.org/wiki/File:Shahjahan_begum_yong.jpg
हटाएंthis image cant be Shahjahan begum above is a photo of the original begum
महाबलिदानी महारानी लक्ष्मी बाई को हम सब का शत शत नमन !
जवाब देंहटाएंनवीन जी, मुझे मिली जानकारी के आधार पर आज के ही दिन यानी १८ जून को ही महारानी लक्ष्मी बाई का महा बलिदान दिवस होता है !
देखे :- http://en.wikipedia.org/wiki/Rani_Lakshmibai
वैसे इस लेख में २ अलग अलग तारीख है इस लिए भरम की स्थिति है ! वैसे स्टार न्यूज़ पर दी गयी जानकारी के हिसाब से भी १८ जून ही है !
इस चित्र को उपलब्ध कराने के लिए सम्पूर्ण ब्लॉग जगत आपका आभारी है।
जवाब देंहटाएं--------
भविष्य बताने वाली घोड़ी।
खेतों में लहराएँगी ब्लॉग की फसलें।
इस चित्र को उपलब्ध कराने के लिए सम्पूर्ण ब्लॉग जगत आपका आभारी है।
जवाब देंहटाएंरानी लक्ष्मी बाई को शत शत नमन।
जवाब देंहटाएंsharma ji mai aapki bat ka virodh karoon esi meri okaat nahi hai.aapki baat me bhi tarkikta hai.kintu us samay ki muslim samaj ki sthiti ko dekhte hue koi bhi muslim orat mathe par bindi nahi lagati thi. aapki baat yahin galat siddh hoti hai.
जवाब देंहटाएंshivam mishra ji 18 november jhansi ki rani ki jayanti hai.shayad isi vajah se kuchh logo ko bhram ho gaya hai ki 18 june inka balidan divas hai. inka balidaan divas 17 june 1858 hi hai.
जवाब देंहटाएंमाननीय त्यागीजी , नमस्कार ,
जवाब देंहटाएंआपके द्वारा दिखाया गया झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई का दुर्लभ व एकमात्र चित्र के संकलन व प्रदर्शन के लिए हमारी ओर से हार्दिक आभार व अभिनन्दन व बधाई के साथ शुभकामना .
१८ जून की पुण्यतिथि पर हम सबकी प्रेरणा वीर रानी को सादर नमन-प्रणाम व हार्दिक श्रद्धांजलि .
सादर ,
अलका मधुसूदन पटेल ,लेखिका-साहित्यकार
माननीय त्यागीजी ,
जवाब देंहटाएंथोडा सा संशोधन करना चाहती हूँ , झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती-जन्म दिवस की तिथि १९ नवम्बर व पुण्य तिथि दिवस १८ जून को ही माना जाता है. जैसा कि मुझे हमारे झाँसी उ.प्र. के लम्बे प्रवास के दौरान कि जानकारी है.(कृपया अन्यथा न लीजिएगा केवल सूचित कर रही हूँ.)
अलका मधुसूदन पटेल ,लेखिका-साहित्यकार
aadarniy alka ji mujhe aapki baat ka bilkul bhi bhura nahi laga .kintu jhansi ki rani ne 17 june ki shaam ko hi veergati payi thi.
जवाब देंहटाएंMAHARANI KO SHAT SHAT NAMAN,,, aur Intna durlabh chitra dikhane ke liye AApka dhanyawaad
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जवाब देंहटाएंकहाँ ब्लॉग्गिंग कर रहे है आप लोग, उस देश में जहाँ सत्य का गला घोंट दिया जाता है ? धिक्कारे भी किसे जब पूरा देश ही झूठ की बुनियाद पर खड़ा है ?
जवाब देंहटाएंBlog has been removed
Sorry, the blog at sureshchiplunkar.blogspot.com has been removed. This address is not available for new blogs.
Did you expect to see your blog here? See: 'I can't find my blog on the Web, where is it?'
हार्दिक आभार।
जवाब देंहटाएं---------
क्या आप बता सकते हैं कि इंसान और साँप में कौन ज़्यादा ज़हरीला होता है?
अगर हाँ, तो फिर चले आइए रहस्य और रोमाँच से भरी एक नवीन दुनिया में आपका स्वागत है।
aapko dhanyabad, me jhanshi ki rani ka presanshak hun, our aapne ye photo dikha ke meri chah ko our bada diya ha, again dhanyabad.
जवाब देंहटाएंsachin gour - bhpal
DHANYABAD GOGLE AAPNE HAME JHANSHI KI RANI KA PHOTO DIKHAYA..............I AM SALLEN GOUR - HOSHANGABAD DIST. VILLAGE DATWASHA.
जवाब देंहटाएंi am proud to be an indian women just because i also belong to same nation where great rani belong.
जवाब देंहटाएंShe was a brave woman.
जवाब देंहटाएंMatchless in entire world history.
Salute to a great soldier......
We are proud to be of same race.
Deepak Sharma BHOPAL
Jhansi ki Rani amar rage. Jhansi ki Rani maharani laxmi bai. KO mera shat shat parnam. Bands mathram. Soniya Sharma jalgaon
हटाएंHum aapke aabhari hai. Is Shandar chitra ko sachhe hindustani ke sath batne ke liye.. tkcrall
जवाब देंहटाएंबी एन शर्मा
जवाब देंहटाएंजी सही हैं |
रानी लक्ष्मी बाई का चित्र हमारे लिए कोई महत्व नहीं रखता जबतक इन वीरांगना के सिद्धांतों की रक्षा न हो तो उनकी वीरगाथा गाने का अधिकार भी नहीं रखते हम |
हिन्दू ह्रदय सम्राज्ञी महारानी लक्ष्मी बाई के चित्र जो चित्र हम बचपन से देखते आ रहे हैं वे ही पर्याप्त हैं इस विवादित फोटो चित्र में कोई ख़ास बात नहीं है |
हिन्दू ह्रदय सम्राज्ञी महारानी लक्ष्मी बाई की चित्र वेबसाइट
http://www.copsey-family.org/~allenc/lakshmibai/gallery.html
nahi janab ye photo ekmatra nahi hai Rani sahab ka....
जवाब देंहटाएंek photo hamare sangrah me bhi hai....
-awdhesh pratap singh
Indore
awdhesh.indore@gmail.com
navin ji inki sachhai bhi bataiye janata ko..inhone kyun ladai ladi...aur kyun nahi ladti...agar nahi pata to batayen main likh dunga.........jai hind,jai hindu...
जवाब देंहटाएंkamal
जवाब देंहटाएंJiske bare me bas sunte the to josh aa jata tha uska chitra dikhan ke liye hardik dhanyawad
jai ho jhansi ki rani ki.........................vande matram
bahoot achha alekh itahas ki ek sarwanim hasti ka photo dekhene ka sobhagya prapt hooa koti koi dhanywad or sadhuwad
जवाब देंहटाएंis ki alsi jankari subse pehle gyandotcom namak blog ne di thi...
जवाब देंहटाएंwww.gyandotcom.wordpress.com
jiske bare me india today ne bhi kaha ki yeh galat chitre hai
gyandotcom ne iski sampuran jankari di hai
Thanks for providing a great oppurtunity to the real photo of queen of jhansi
जवाब देंहटाएंhead of rani laxmibhai
जवाब देंहटाएंआभार झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के दुर्लभ चित्र प्रस्तुत करने के लिए
जवाब देंहटाएंझांसी की रानी लक्ष्मीबाई नहीं है..उनका इकलौता चित्र एकदम सादगी से भरा हुवा मौजूद है हमारे पास, यहाँ कैसे पोस्ट करूँ मैं उसको??
जवाब देंहटाएंझांसी की रानी लक्ष्मीबाई के दुर्लभ चित्र प्रस्तुत करने के लिए आभार
जवाब देंहटाएंyah ek aise veer aurat hai inke jaise veeta aaj tak na kise aurat ne dekhai aur nahi dikha paynge hame naz hai ki humne is desh me janam liya jo jhasi ki rani ke karm aur dhrm bhumi hai yah ek devi hai aise veer devi ko pure samman ke sath namstak salam karta hu.kub ladi mardani yah to jhasi wali rani hai
जवाब देंहटाएंJhasi ke rani nam ki kafe hota tha angrejo ke liye yah ek aise veer aurat hai jisne apna pura janam desh ke seva me laga diya aise veer devi ko selut krta hu mujhe grav hai ke me us desh ka niwasi hu jaha aise veer yodha jhasi ki rani ka desh hai i proud i am indian.
जवाब देंहटाएंmaa tujhe salam
सादर प्रणाम
जवाब देंहटाएंees durlabh chitra ke liye dhanyavaad.kintu drug -dance- disco-divorce vaaliyon ko yah dikhaanaa jaruree hai janaab.
जवाब देंहटाएंees durlabh chitra ke liye dhanyavaad. drug- dance-dissco-divorce vaalee naariyon ko yah dikhaanaa jaruree hai janaab.
जवाब देंहटाएंmanoj pandeya (google)ees durlabh chitra ke liye dhanyavaad.drug-dance-dissco-divorce vaalee naariyon ko yah dikhaanaa jaruree janaab.
जवाब देंहटाएंइस दुर्लभ चित्र के साथ ही वीर सावरकर द्वारा प्रस्तुत वीर गाथा को पढकर तो मानों छाती गर्व से द्विगुणित हो गई...
जवाब देंहटाएंआभार! ( Ek Hindustani From Hindustan)
Very Very Nice Blog Thanks for sharing with us
जवाब देंहटाएंrani laxmi bai ko shat shat naman
जवाब देंहटाएंbahut 2 dhanyawad
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंshe was an great lady..we proud on her.
जवाब देंहटाएंmera shat shat naman
जवाब देंहटाएंthanks
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जवाब देंहटाएंझांसी की रानी लक्ष्मीबाई का यह एकमात्र फोटो है, जिसे कोलकाता में रहने वाले अंग्रेज फोटोग्राफर जॉनस्टोन एंड हॉटमैन द्वारा 1850 में ही खींचा गया था। यह फोटो अहमदाबाद निवासी चित्रकार अमित अंबालाल के संग्रह में मौजूद है।
जवाब देंहटाएंThanks jahan tak mujhe lagta hai ye pic jhansi ki rani ka hi hai
जवाब देंहटाएंThanx a lot
जवाब देंहटाएंye kavita adhuri he isme se kuchh panktiya cut kr di gyi he.........
जवाब देंहटाएंaapne hme jhansi rani ka shi prarup dikhaya uske liya aapka dhanyavad
जवाब देंहटाएंjhansi ki rani ka yah durlabh chitra aur unki is jeevan gatha ke liye aap ka dhanyabad aaj ke parivesh main yah beergatha naujavano ko prerna degi punah aapko koti koti dhanyabad
जवाब देंहटाएंhttp://www.copsey-family.org/~allenc/lakshmibai/kb-Rani1.jpg
जवाब देंहटाएंjhansi bali rani ko agar unke sathi dhoka na dete to sayad bharat kab ka ajad ho gaya hota
जवाब देंहटाएंsun.1950 mai n hi
MERE PYARE BHARTIYO,
जवाब देंहटाएंAAJ MATRIBHUMI KI ES MAHAAN,
PARAKRAMI & VEER BETI KI PUNYTITHI HAI.......
AAJ KE ES PAAWAN AVSAR PAR ES "BHARAT-MA" KI SACHHI SAPOOT KO SHAT-SHAT NAMAN.....
I WANT TO BECOME A SOLDIER &
TODAY I'm PROMISE TO ALL MY DEAR INDIANS THAT-
agar es Bharatmata & es Veerangna ke AASHIRWAD se me
apne es Lakshy me kamyaab hua to Koshosh karunga ki BHARAT AUR ES VEERANGNA KE GOURAV KO AUR BADHA SAKU.....
I'm sure that one day i will Get my
"this Aim of life".....
SABHI BHARTIYO KE DILO ME SADA KE LIYE AMAR HO
CHUKI "JHANSI KI RANI-MAHARANI LAKSHMIBAI" KO
KOTI-KOTI PRANAAM.....
BUNDELE HARBOLO KE MUKH,
HUMNE SUNI KAHANI THI.......,
KHUB LADI MARDANI VO TO,
"JHANSI WALI RANI" THI............
1857 KE US SWATANTRATA SANGRAAM KO PRANAAM......
US PARAM PAAWAN MITTI KO PRANAAM JISME AISI VEERANGNA NE JANM LIYA.......
US VEERANGNA KO SHAT-SHAT PRANAAM......
BHAGWAN KARE YE PUNYDHARA SADA AISE HI DESHBHAKTO, VEERO, VEERANGNAO & MATRIBHUMI PAR MAR-MITNE WALE DESH-PREMIYO SE SUSHOBHIT HOTI RAHE.......
MUJE GARV HAI KI MERA JANM ES SHORYBHUMI PE
HUA & ME US GOD SE PRAY KARTA HU KI MUJE HAR JANM ESI BHARATBHUMI KI GOD ME MILE
&
AGAR YAHI ITHHAAS PUNAH DOHRAYA JAYE TO MUJE
RANI-LAXMIBAI KE SAATH ES MATRIBHUMI KI SEVA KA
AVSAR PRAPT HO.....
"JAI JHANSI"
"JAI BHAVANI"
"JAI BHARAT"
*PUSHPENDRA*
BHILWARA,RAJASTHAN
ईश्वरीय दायित्वों के निर्वाह के लिए क्रांति हेतु आत्मा से स्थायीरूपेण उत्साही व्यक्तियों का आह्वान
जवाब देंहटाएंमुझे स्पष्ट रूप से ज्ञात है कि हर देश/काल/वातावरण में नारी व धन में पीछे लगे अंध-स्वार्थियों का ही बाहुल्य रहता है तथापि सम्भवतः कुछ वीर तो शेष होंगे जो जीवन को शेजन-प्रजनन-शयन रूपी त्रिकोण तक सीमित न रखते हुए मातृभूमि के प्रति सबकुछ करने को आत्मा से तैयार हों। झाँसी की रानी जब राष्ट्र-रक्षा के लिए सबका आह्वान कर रही थीं, तब भी बहुत ही कम व्यक्ति आगे आये, शेष व्यक्ति अपनी-अपनी पत्नी के पल्लु में छपुे बैठे रहे। आचार्य चाणक्य ने महान कहलाने व विश्वविजेता माने जाने वाले सिकन्दर को शरत से पलायन करने पर विवश किया; उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य के माध्यम से महाराज धनानंद के नंदवंश का विनाश किया; यदि वे अखण्ड भारत की स्थापना नहीं करते तो क्या आप-हम अपने-अपने घरों में इतना स्वतंत्र, सम्पन्न जीवन जी रहे होते? अंग्रेज़ तो लूटने आते ही नहीं क्योंकि सिकंदर के निर्दय यहूदी सैनिक एवं धनानंद के निर्मम सैनिक ही इतना लूट चुके होते कि वर्तमान में आप जिसे भारत कहते हैं, वह खण्ड-खण्ड देश सांस्कृतिक/आर्थिक/सामाजिक रूपों में पाकिस्तान एवं अनेक अफ्ऱीकी देशों से भी कई गुना अधिक दुर्गत में होता। आचार्य ने भी अपने पुनीत सामाजिक उद्देश्यों के लिए जन-जन के आह्वान के प्रयत्न किये किन्तु तब भी वर्तमान जैसे अधिकांश पुरुष वास्तव में नपुंसक थे, सब भय/स्वार्थ/निष्क्रियता/निराशा रूपी अंधकार व पंक(कीचड़) में अपने तन-मन-धन व स्वयं की आत्मा तक को साभिप्रेत(जान-बूझकर) डुबाये हुए थे; मूरा, अहिर्या, चैतन्य, मृगनयनी जैसे कुछ ही व्यक्ति ऐसे थे, जिन्होंने आचार्य के निर्देश माने तथा जिनके उपकारों के कारण हम यहाँ तक पहुँचकर इतना अधिक सुखद जीवन बिता रहे हैं; क्या आपमें से कोई है जो पूर्वजों के उन उपकारों के प्रति सम्मान में ही सही, अपने ईश्वरीय/राष्ट्रीय/सामाजिक दायित्वों के निष्ठापूर्वक निर्वाह को उद्यत(तत्पर) हो? मैं यह पत्र ऐसे व्यक्तियों के आह्वान के लिए लिख रहा हूँ जो वास्तव में मातृभूभि, राष्ट्र के प्रति अपने सामाजिक एवं व्यक्तिगत उत्तरदायित्वों के निर्वाह के लिए भीतर से गम्भीर हों। शरत में अन्य साधनों(धरना-प्रदर्शन/सामान्य आवेदन करने) की तुलना में शीघ्र कार्यवाही एवं राष्ट्रीय कायापलट जनहितयाचिकाओं, संविधान-संशोधन एवं जनहितकारी स्टिंग ऑपरेशन्स के माध्यम से की जा सकती है; मैंने उपरोक्त विषयों में अनेक योजनाएँ तैयार की हैं किन्तु योजनाओं की संख्या बहुत अधिक एवं विषय व्यापक हैं, यदि और भी कुछ व्यक्ति सक्रिय एवं निःस्वार्थ रूप में आगे आयें तो शीघ्रातिशीघ्र क्रांतियाँ सुनिश्चित की जा सकती हैं। अस्थायी उत्साह युक्त भीड़ अथवा समूह नहीं अपितु उत्तेजक विचारों को साकार करने के लिए स्थायीरूपेण उत्साही व्यक्ति द्वारा ही क्रांतियाँ लायी जाती हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर तत्काल कार्यवाही का अधिकार एवं दायित्व इन चार मुख्य शक्ति-केन्द्रों के पास हैः संसद(राज्य/लोक सभाएँ) एवं सर्वोच्च/उच्च न्यायालय(कहीं का भी), इनको जागृत करने के लिए जनहितयाचिका व स्टिंग ऑपरेशन्स सफल शस्त्र सिद्ध हो सकते हैं। बतायें कि आप उपरोक्त में से कौन-सा कार्य करने को तैयार हैं?
वे ही व्यक्ति सम्पर्क करें जिनका उत्साह कभी न घटने वाला हो
सुमित कुमार राय
दूरभाष-91ः9425605432
Rani ki picture dil mein hai. JAI HIND
जवाब देंहटाएंJai Rani Jhansi Ki
जवाब देंहटाएंHar aurat mein laxmi bai hai. Jo Sehmat Hai Wo Ans Dein.
जवाब देंहटाएंghasi ke rani was a grait women
जवाब देंहटाएंAurat Ku sanman den*** aurat devi ma he. Jai jhansi ki rani ki
जवाब देंहटाएंmera tuze salam
जवाब देंहटाएंHar har mahadev
my best zashi Ki rani
I am neeraj Dubey
जवाब देंहटाएंAap sab ko mera pranam maharani jhansi ki rani ke bare mai jankari and unka photos ka darshan karane ke lega. Thanks...... So
thank u
जवाब देंहटाएंMai nahi janti ki ye photo real hai ki nahi lekin mai unka sammaan photo dekhkar nahi jo unhone is desh ke liye kiya hai sayad he koi kar paye lekin mujhe nahi lagta ki jitna balidan unhone desh ke liye diya hai koi bhi nahii de sakta
जवाब देंहटाएंa very very thank for giving this oppurtunity to see this picture
जवाब देंहटाएंBhai galat photo ko spread mat karo change the topic of blog
जवाब देंहटाएंMera jivan safal ho gaya.
जवाब देंहटाएंZasi ki Rani Amar rahe.
it is not the real photo of jhansi ki rani
हटाएंHow do you know that this is not a real image of Rani Laxmibai
हटाएंmera manna he ki ae rani laxmi bai ki hi poto he. TANKINg
जवाब देंहटाएंAs discussed above this is not the photo of Shahjahan begum of bhopal here is a link to the young begum photo http://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/a/af/Sultan_Shah_Jahan,_Begum_of_Bhopal,_1872.jpg
जवाब देंहटाएंnotice her features are completely different then this one
Desh main or bhi buht se mude honge . Rap Jesse. Phele aurat ki respect honi jroori phir hum ache lagege kissi pic per behus karte . Main laxmi bai ki respect karti hon lekin respect agar her aurat ki ho phir hoga mere ko proud apne bharat per. Main ek chote gaon ki ladki hon per apni soch bdi hi rakhti hon.may be aap sub ko meri bate sahi lagengi.jai manvta.....
जवाब देंहटाएंvvvvvvvv
जवाब देंहटाएंJay maa
जवाब देंहटाएंfhg,j dfhngk, dfhgk sdhgk bv
जवाब देंहटाएंMera jivan safal ho gaya.
जवाब देंहटाएंZasi ki Rani Amar rahe.
Ranilaxmibai India ka itihash he aisi nari ko mera sadar parmesan love him nd love all over India for ranilaxmibai.
जवाब देंहटाएंjhansi ki maharani ko sat sat naman dhanya hai ye bharat desh
जवाब देंहटाएंThis is not rani of jhansi but begaum of bhopal
जवाब देंहटाएंVery nice photo of Rani Laxmibai.
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